सोनिया जी की ललकार "रोक सको तो रोक लो " से मैं बिल्कुल सहमत हूँ । ईश्वरभी उनका कभी साथ नही देता जो ग़लत होते हैं, सोनिया जी मे सच्चाई झलकती है । और यह भी बिल्कुल सत्य है की मैं कांग्रेस का बहुत बड़ा समर्थक हूँ , मैं सब कुछ बिल्कुल अपने नज़रिए से ही लिखूंगा । यह भी निश्चित है कि बहुत सरे ऐसे लोग भी होंगे जो मेरी बातों से असहमत होंगे ।
दैनिक जागरण कि ख़बर के अनुसार -
सोनिया जी मंगलवार को दिल्ली से निजी विमान के जरिए रायबरेली के फुर्सतगंज पहुंची थीं। रास्ते में उन्होंने लखनऊ जाने से परहेज किया। लालगंज में रेलवे स्टेशन के निकट पत्रकारों से भी बातचीत की। उन्होंने मुख्यमंत्री मायावती पर विकास योजनाओं पर पानी फेरने का आरोप लगाया।
हमारे रायबरेली के लोग न जाने कितने समय से इस रेल कोच फैक्ट्री कि आशा मे थे और पतानाही मुख्यमंत्री जी क्या सूझी कि भूमि पूजन के मटर कुछ ही दिन पहले ये भाखेदा खड़ा कर दिया । हो सकता है वो इस बात का बदला ले रहीं कि पिछले लोक सभा चुनाओ मे उनकी पार्टी के नेता के जमानत जप्त होने का बदला ले रहीं हों , वैसे कई कारण हो सकते है इस बदले के अब असल तो कारण माननीय मुख्यमंत्री जी जाने । यह तो पुरी तरीके से सत्य है कि रायबरेली गाँधी परिवार कि कर्म भूमि है चाहें वो इंदिरा जी का जमाना , राजीव जी का समय या फिर आज सोनिया जी का वक्त , और आने वाले भविष्य मे राहुल और शायद उनकी अगली पीढी का । सच तो यह है कि हम रायबरेली वाले मैडम जी (जो प्यार से हर रायबरेली के गों वाला बोलता है ) को अपने परिवार का अटूट अंग मानते है फ़िर कोई अगर उनके साथ इस तरह कि हरकत करे तो कैसे चुप रह सकते है ।
अगर आपको कोई आपके घर जाने से रोके तो कैसा लगेगा , वो घर जिसको आपने अपनी मेहनत से बनाया हो कुछ ऐसा ही सोनिया जी के साथ हो रहा है । खैर हमे ये उम्मीद है कि इन बातों से सोनिया जी और राहुल जी के हौसले नही हिलने वाले है । इसका जवाब जरूर ही लोगों को जल्द मिलेगा।